क्या है पूर्णिमा एवं अमावस्या तिथि का महत्व -
full moon |
हिंदू धर्म में पूर्णिमा एवं अमावस्या तिथियों को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की पन्द्रहवी तिथि को पूर्णिमा, जबकि कृष्ण पक्ष की पन्द्रहवी तिथि को अमावस्या के नाम से जानते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारी पृथ्वी सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करती रहती है। जिसे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में एक साल यानि के 365 दिन लगते हैं। इस प्रक्रिया में सूर्य छह-छह मास के के दो आयनों से गुजरता है। जिसे सूर्य के उत्तरायण एवं दक्षिणायन के नाम से जानते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार 6 मास के उत्तरायण काल को धार्मिक अनुष्ठानों के लिए शुभ और अच्छा माना जाता है। जबकि सूर्य के दक्षिणायन काल के 6 मास के इस काल में धार्मिक अनुष्ठान नहीं किए जाते।
इसी तरह से हमारी धरती का उपग्रह चंद्रमा भी पृथ्वी की परिक्रमा करता है। जिसे पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करने में 1 माह (लगभग 27 दिन 7 घण्टे) का समय लगता है। इस दौरान चंद्रमा भी पन्द्रह-पन्द्रह दिन के दो पक्षों से होकर गुजरता है जिसे शुक्ल पक्ष एवं कृष्ण पक्ष के नाम से जानते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदू धर्म के समस्त व्रत, पर्व, उत्सव एवं त्यौहार चंद्रमा के इन्हीं दो पक्षों (शुक्ल एवं कृष्ण) पर निर्भर करते हैं। चंद्रमा के इसी पहले पक्ष(शुक्ल) की 15वी तिथि को पूर्णिमा और दूसरे पक्ष(कृष्ण) की 15वी तिथि यानि के चंद्र मास के आखरी 30वे दिन की तिथि को अमावस्या कहते हैं। पूर्णिमा और अमावस्या के इन दो तिथियों को स्नान, दान व्रत, पूजन हवन और अपने दिवंगत पित्रों को तर्पण इत्यादि अर्पित करने के लिए बहुत ही श्रेष्ठ तिथि बताई गई है।
अलग-अलग दिन, समय और वार में पड़ने के कारण पूर्णिमा और अमावस्या तिथि के अलग अलग विशेष महत्व और लाभ भी बतलाए गए हैं। जिसमे उस दिन किये जाने वाले स्नान, दान, व्रत, हवन एवं तर्पण आदि शुभ कार्यों का फल कई गुना अधिक बढ़ जाता है।
2022 के सभी पूर्णिमा और अमावस्या तिथियों पर एक नजर-
Moon cycle |
वर्ष 2022 के सभी अमावस्या तिथि -
2 जनवरी दिन रविवार - पौष अमावस्या
1 फरवरी दिन मंगलवार - माघ (मौनी) (भौमवती) अमावस्या
2 मार्च दिन बुधवार - फाल्गुन अमावस्या
1 अप्रैल दिन शुक्रवार - चैत्र अमावस्या
30 अप्रैल दिन शनिवार - वैशाख (शनैश्चरी) अमावस्या
30 मई दिन सोमवार - ज्येष्ठ (सोमवती) अमावस्या
29 जून दिन बुधवार - आषाढ़ अमावस्या
28 जुलाई दिन गुरुवार - श्रावण अमावस्या
27 अगस्त दिन शनिवार - भाद्रपद (शनैश्चरी) अमावस्या
25 सितंबर दिन रविवार - अश्विन अमावस्या
25 अक्टूबर दिन मंगलवार - कार्तिक (भौमवती) अमावस्या
23 नवंबर दिन बुधवार - मार्गशीर्ष अमावस्या
23 दिसंबर दिन शुक्रवार - पौष अमावस्या
17 जनवरी दिन सोमवार - पौष पूर्णिमा
16 फरवरी दिन बुधवार - माघ पूर्णिमा
18 मार्च दिन शुक्रवार - फाल्गुन पूर्णिमा
16 अप्रैल दिन शनिवार - चैत्र पूर्णिमा
16 मई दिन सोमवार - वैशाख पूर्णिमा
14 जून दिन मंगलवार - ज्येष्ठ पूर्णिमा
13 जुलाई दिन बुधवार - आषाढ़ पूर्णिमा
12 अगस्त दिन शुक्रवार - श्रावण पूर्णिमा
10 सितंबर दिन शनिवार - भाद्रपद पूर्णिमा
9 अक्टूबर दिन रविवार - अश्विन पूर्णिमा
8 नवंबर दिन मंगलवार - कार्तिक पूर्णिमा
8 दिसंबर दिन गुरुवार - मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत