* "प्रदोष व्रत" पूजन का सबसे शुभ मुहूर्त- *
अल्प समय में प्रसन्न होने वाले एकमात्र देव भगवान सदाशिव की प्रसन्नता और अनुकंपा कौन नहीं चाहता। भगवान शिव के निमित्त किए जाने वाले व्रतों में से एक व्रत प्रदोष का भी आता है। जो कि प्रत्येक मास के दोनों पक्षों में त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ को त्रयोदशी तिथि बहुत ही प्रिय हैं। प्रदोष काल की अवधि सूर्यास्त से 45 मिनट पूर्व प्रारंभ होती है और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की होती है।
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वैसे तो सभी प्रदोष व्रत श्रेष्ठ बताए गए हैं किंतु अलग-अलग दिन में पड़ने के अनुसार इनके अलग-अलग महत्व बताए गए हैं। शनि प्रदोष व्रत संतान प्राप्ति के लिए, भौम यानी मंगल प्रदोष व्रत ऋण मुक्ति के लिए, सोम प्रदोष व्रत मन की शांति एवं सुरक्षा के लिए और रवि प्रदोष व्रत स्वास्थ्य एवं आयु वृद्धि के लिए विशेष लाभकारी होते हैं।
वर्ष 2022 जनवरी से दिसंबर तक के सभी प्रदोष व्रतों के दिन व तारीख -
15 जनवरी दिन शनिवार पौष मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
30 जनवरी दिन रविवार माघ मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
14 फरवरी दिन सोमवार माघ मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
28 फरवरी दिन सोमवार फाल्गुन प्रदोष व्रत(कृष्ण पक्ष)
15 मार्च दिन मंगलवार फाल्गुन प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
29 मार्च दिन मंगलवार चैत्र मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
14 अप्रैल दिन गुरुवार चैत्र मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
28 अप्रैल दिन गुरुवार वैशाख मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
13 मई दिन शुक्रवार वैशाख मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
27 मई दिन शुक्रवार ज्येष्ठ मास प्रदोष व्रत(कृष्ण पक्ष)
12 जून दिन रविवार ज्येष्ठ मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
26 जून दिन रविवार आषाढ़ मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
11 जुलाई दिन सोमवार आषाढ़ मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
25 जुलाई दिन सोमवार श्रावण मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
9 अगस्त दिन मंगलवार श्रावण मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
24 अगस्त दिन बुधवार भाद्रपद मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
8 सितंबर दिन गुरुवार भाद्रपद मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
23 सितंबर दिन शुक्रवार आश्विन मास प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
7 अक्टूबर दिन शुक्रवार आश्विन मास- प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
23 अक्टूबर दिन रविवार कार्तिक मास- प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
5 नवंबर दिन शनिवार कार्तिक मास मास- प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
21 नवंबर दिन सोमवार मार्गशीर्ष मास- प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)
5 दिसंबर दिन सोमवार - मार्गशीर्ष मास प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)
21 दिसंबर दिन बुधवार पौष मास - प्रदोष व्रत(कृष्ण पक्ष)